Top 7 Ghost Videos Caught On Camera Shared By Real Ghost Hunters & Youtubers!

Spread The Viralist



Top 7 Ghost Videos Caught On Camera Shared By Real Ghost Hunters & Youtubers!

Music By :- Epidemic Sounds (SIGN UP THROUGH THE LINK BELOW & GET A MONTH FREE)
https://www.epidemicsound.com/referral/4laatd

NOTE :- ALL MY VIDEOS ARE ONLY FOR ENTERTAINMENT PURPOSES AND I TRULY DON’T KNOW PERSONALLY IF ALL THE STUFF I FEATURE IN MY VIDEOS ARE REAL OR NOT, YOU GUYS WILL ALWAYS BE MY REAL JUDGE FOR THAT PURPOSE!

Copyright disclaimer under Section 107 of the Copyright Act: This disclaimer appears on content (commonly YouTube videos) that uses someone else’s copyrighted content. Including this statement of “fair use” helps protect against copyright infringement claim

source

Recommended For You

About the Author: ScaryPills

41 Comments

  1. Agar ghar me eak bhi samaan nahi ho tho bhut ki kiya aaukat🎉🎉😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂 kaisa bhut apna presence dikhayagii??😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂

  2. Islaam me h ki chhote bachho ko akela nahi chodna chahiye kiun ki jab voh peda hote h usi vakt se unke piche ek shetaan lag jata h jo use darata h isliye jab bachha paida hota h to uske kaan me Azaan di jati h taki shetaan vaha se bhaag jaye or isi baat ka proof hame is video se bhi milta h 👍

  3. नारियल फोड़ने की कुप्रथा क्यों और कब से??

    नारियल फोड़ने की प्रथा का इतिहास बेहद बर्बर है —

    पुष्यमित्र शुंग ने बौद्धों का सिर काट कर लाने वाले के लिए 100 स्वर्ण मुद्रा का इनाम रखा था। परिणामस्वरूप बौद्धों का बेरहमी से कत्ल किया गया और इनाम पाने के लिए उनका सिर काट कर दरबार में दिखाया जाने लगा।
    कई बार इनाम के लालच में एक ही सिर को दो-दो और तीन-तीन बार भी दिखाया जाने लगा।

    जब पुष्यमित्र शुंग को यह मालूम हुआ तो उसने नियम बनाया कि जिस बौद्ध का सिर दिखाया जाएगा, उसे पत्थर पर पटक कर फोड़ना भी होगा, जिससे इनाम के लालच में दूसरा उसका उपयोग न कर सके।

    आगे चल कर पुष्यमित्र शुंग ने प्रत्येक शुभ कार्य के अवसर पर बौद्धों का सिर काट कर पत्थर पर पटकने का नियम बना दिया।

    बौद्धों के खत्म हो जाने और बाकी के पलायन कर जाने के बाद भी यह प्रथा समाज में दहशत फैलाए रखने के लिए जारी रखी गई और बौद्धों के सिर के स्थान पर नारियल को फोड़ने का रिवाज़ शुरू किया गया।

    आज भी ब्राह्मण अपने शुभकार्य शुरू करने से पहले नारियल फोड़ते हैं।

    अयोध्या में राम मंदिर की नीव खोदते समय बुद्ध की मूर्तियाँ मिली थीं। नीव रखते समय बौद्धों का सिर काट कर फोड़ने की प्रथा के रूप में नारियल फोड़ा गया।
    जब अयोध्या ही नहीं था तो राम कहाँ पैदा हुआ था??
    अयोध्या का ऐतिहासिक नाम साकेत था जिसके बहुत से सबूत मौजूद हैं
    घाघरा नदी के अयोध्या के किनारे के कुछ हिस्से को ही सरयू नदी कहा जाता है।
    बौद्धो का कत्लेआम कराया गया और सिरों को घाघरा नदी में डाल दिया गया था नदी में जहां भी कोई घुसता सिर ही सिर नजर आ रहा था इसलिए सिर +युक्त से सरयू नदी कहा जाने लगा।
    नारियल इंसान के सिर का प्रतीक है।
    ज्यादा जानकारी के लिए आप पेरियार ललई सिह यादव बौद्ध द्वारा लिखित सच्ची रामायण पढें और बाबा साहब डॉ आंबेडकर द्वारा लिखित संपूर्ण वांग्मय पढे


    भारत को पुनः सम्राट अशोक का बुद्धमय भारत बनाना ही बोधिसत्व बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर का मिशन था
    जिसे हम सब मिलकर पूरा करेंगे। NATIONAL AND INTERNATIONAL BUDDHIST SOCIETY

  4. Bhai honestly saying phle ki jo videos thi wo mai dekh ke dar jata tha but ab creepy sa feel nhi hota sry brother for telling this but i salute for your work 🥀🍻

Comments are closed.